स्वागत! जीवन के नवल वर्ष, आओ, नूतन-निर्माण लिए,
महा जागरण के इस युग में, जाग्रत जीवन अभिमान लिए।।
आशाओं का स्वप्निल पुष्पगुच्छ लिए नववर्ष हमारे जीवन में मंथर गति से पदार्पण कर चुका है। जिस प्रकार जीवन में आने वाला कोई भी सकारात्मक नयापन जीवन को आनंद से भर देता है, आशा है नूतनता से पूरित यह नववर्ष नवतरू किसलय के समान हमारी आशाओं को भी पल्लवित करेगा और हमें सदैव प्रफल्लित व ऊर्जावान बनाए रखेगा। इसी आशा के साथ आओ हम सभी इस नवीन वर्ष 2025 का खुली बाहों से स्वागत करें।
इस नव आगंतुक के स्वागत के लिए आवश्यक है कि कुछ नया किया जाए, कुछ नए लक्ष्य बनाए जाएँ, कुछ नए संकल्प लिए जाएँ, कुछ ऐसा किया जाए कि वर्ष 2025 हमारे जीवन के लिए महान् परिवर्तनकारी वर्ष बन जाए।
सर्वप्रथम नए वर्ष के अंगडाई लेने के साथ ही बीते वर्ष के अवांछित व विपरीत पलों के उहापोह को तिरोहित कर अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हो जाएँ, क्योंकि भूत के चिपके रहने से वर्तमान और भविष्य दोनों पर ग्रहण लग जाता है। अत: ‘बीती ताहि बिसारि दे, आगे की सुधि ले’ पंक्ति को जीवन में उतार कर भविष्य निर्माण का संकल्प करें।
प्रथम संकल्प तो यही करें कि आप जो भी संकल्प लेते हैं, उन पर अडिग रहेंगे। आपके संकल्प पानी के बुलबुले की भाँति न होकर हिमालय की भाँति अटल हों। इसके बाद स्वयं पर विश्वास करने का संकल्प लें, आत्मविश्वासी बनें और उससे बढ़कर स्वयं के विश्वासपात्र बनें। स्वयं को भाग्यभोगी बनाने के बजाय कर्मयोगी बनाने का संकल्प लें क्योंकि कर्म ही सफलता का बीजमंत्र है। गोस्वामी तुलसीदास जी ने भी रामचरित मानस में कहा है- ‘तप आधार सब सृष्टि भवानी’……‘तपबल रचई प्रपंचु विधाता, तपबल विष्णु सकल जगत्राता’। संकल्प लें कि आप अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहेंगे, एक रोमन कहावत है कि ‘स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है’ (healthy mind resides in a healthy body) । संकल्प लें कि आप अपने कामों को कल पर नहीं टालेंगे। इसके लिए कबीर दास जी के दोहे- ‘काल करे सो आज कर, आज करे सो अब। पल में परलय होएगी, बहुरि करेगो कब’ और ‘now is the right time’ को अपने जीवन में आत्मसात कर लें। समय प्रबंधन का संकल्प लें, ताकि समय का पूरा सदुपयोग किया जा सके। इस सबके साथ ही स्वयं को सदैव सकारात्मक बनाए रखने का संकल्प लें। जीवन में नवीनताओं को अपनाने का संकल्प लें।
इस वर्ष अपने लक्ष्यों का सटीक पुनर्निधारण करें। दीर्घकालीन लक्ष्यों के साथ ऐसे भी कुछ लक्ष्य निर्धारित करें जिन्हें आप इस वर्ष निश्चित रूप से हासिल करना चाहते हैं। यहाँ सबसे महत्वपूर्ण यह कि आपके लक्ष्यों में स्पष्टता होनी चाहिए, अर्थात् हवाई किले ना बनाएँ।
लक्ष्य निर्धारण के पश्चात् उन्हें प्राप्त करने के लिए कुशल कार्ययोजना बनाएँ, क्योंकि आपकी कार्ययोजना आपके लक्ष्यों का मार्ग प्रशस्त करेगी। इसके बाद अपनी कार्ययोजना को श्रमसीकर से सिंचित करें। अपनी कार्ययोजना और परिश्रम में नवाचारों को स्थान अवश्य दें, अर्थात् स्मार्ट वर्क अप्रोच पर ध्यान केन्द्रित करें यह आपको आश्चर्यजनक परिणाम दे सकते हैं। इसमें सर्वोपरि यह है कि आप अपने संकल्पों, लक्ष्यों, परिश्रम के प्रति दृढ़ रहें क्योंकि ‘सम्मुख फैला अगर ध्येय पथ, प्रगति चिरंतन कैसा इति अब, जीवन को संकल्प-बद्ध कर आओ नवल इतिहास बनाएँ।’
।।निम्न पंक्तियों के साथ गीरवाणी परिवार की ओर से आप सुधी पाठकों को नववर्ष 2025 की हार्दिक शुभकामनाएँ।।
नए साल में नई पहल हो, कठिन जिन्दगी और सरल हो। अनसुलझी जो रही पहेली, अब शायद उसका भी हल हो ।।
जो चलता है वक्त देखकर, आगे जाकर वही सफल हो। नए वर्ष का उगता सूरज, सबके लिए सुनहरा पल हो।।
आपका शुभेच्छु